भारत सहित दुनियाभर में कैंसर का बोझ तेजी से बढ़ रहा है | कैंसर, किसी कोशिका के असामान्य तरीके से बढ़ने की बीमारी है. आमतौर पर, हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं और विभाजित होती हैं. जब सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है या कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं, तो वे मर जाती हैं और उनकी जगह स्वस्थ कोशिकाएं ले लेती हैं.विस्व स्वाथय संगठन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत में कैंसर के 14.1 लाख से अधिक नए मामले सामने आये हैं और इस बीमारी से लगभग 9.1 लाख से अधिक लोगों ने जान गवाई है | दुनियाभर में फेफड़ों का कैंसर सबसे अधिक जानलेवा बन रहा है | रिपोर्ट के अनुसार फेफड़ों का कैंसर 12.4 फीसदी सबसे आम है ,जो कैंसर से होने वाली कुल मौतों का लगभग 19 प्रतिशत रहा |
कैंसर क्या है?
शरीर में होने वाली असामान्य और खतरनाक स्तिथी जिसमे कोशिकाओं की असामान्य बृद्धि होती है | कैंसर, किसी कोशिका के असामान्य तरीके से बढ़ने की बीमारी है. आमतौर पर, हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं और विभाजित होती हैं. जब सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है या कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं, तो वे मर जाती हैं और उनकी जगह स्वस्थ कोशिकाएं ले लेती हैं. कैंसर में कोशिका के विकास को नियंत्रित करने वाले संकेत ठीक से काम नहीं करते हैं. कैंसर की कोशिकाएं बढ़ती रहती हैं और जब उन्हें रुकना चाहिए तो कई गुना बढ़ जाती हैं. दूसरे शब्दों में कहें, तो कैंसर कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं वाले नियमों का पालन नहीं करती हैं.
कैंसर शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर उस सेल या टिशू के लिए किया जाता है जहां यह शुरू होता है. बच्चों में अलग-अलग तरह के लगभग 100 से ज़्यादा के कैंसर होते हैं. कोशिकाएं माइक्रोस्कोप में कैसे दिखती हैं और कोशिकाओं की आणविक और आनुवंशिक विशेषताएं कैंसर के विशिष्ट प्रकार को निर्धारित करने में मदद करने के लिए जानकारी देती हैं.
कैंसर की शुरुआत कैसे होती है इसके लक्षण ?
सभी कैंसर के लक्छड़ उसके प्रकार और स्थान के अनुशार अलग-अलग होते हैं | कैंसर तब होता है, जब आप अक्सर लंबे समय से कार्सिनोजन का सामना कर रहे हों। अनेक लोग जिनका सामना होता है उन्हें कभी कैंसर नहीं होता है। अन्य के मुकाबले कुछ कोशिकाओं के कैंसर से प्रभावित होने की संभावना ज़्यादा होती है। इन कोशिकाओं की जीन में कोई खराबी हो सकती है।
शरीर में कैंसर का सबसे पहला संकेत क्या होता है जानिए :
कैंसर के आम लक्षण वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मूंह से खून आना. अगर किसी भी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- त्वचा में गांठ बनना
- त्वचा के रंग में बदलाव आना
- शरीर का बजन अचानक से कम होना या बढ़ जाना
- ज्यादा थकान होना या कमजोरी सी महसूस होना
- घाव ठीक होने में ज्यादा समय लग जाना
कैंसर किसकी कमी के कारण होता है?
Vitamin D की कमी से Cancer का खतरा अधिक:-ऑटो इम्यून बीमारी पैदा होने का खतरा कम हो जाता है. इसके अलावा इस विटामिन के बॉडी में होने का जरूरी काम यह है कि यदि इस विटामिन की बॉडी में कमी हो जाए तो कई तरह की कैंसर पैदा होने का खतरा हो जाता है.
कैंसर के कितने स्टेज होते हैं? जानिए
कैंसर की बीमारी को 1 से लेकर 4 स्टेज में विभाजित किया गया है। हर स्टेज अनियत्रित होकर बढ़ रही कैंसर कोशिकाओं का आकार अलग होता है।
कैंसर के चेतावनी संकेत क्या है
अन्य लक्षण जैसे वज़न कम होना या बुखार आना, कैंसर के बढ़ जाने के बाद ही बनते हैं। फिर भी अन्य लक्षण, जैसे अंतड़ियों की आदतों में बदलाव, शौच के दौरान खून आना, या निगलने में दिक्कत होना, ये शरीर के विशेष हिस्सों में कैंसर के लक्षण होते हैं।
खतरनाक कैंसर कौन सा है?
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, लंग्स कैंसर (Lungs Cancer) सबसे खतरनाक कैंसर हो सकता है. हमारे देश में भी लंग्स कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों का अनुमान है कि 2023 के आखिर तक करीब 2.38 लाख से ज्यादा लोगों में लंग्स कैंसर मिल सकता है
कैंसर कितने साल की उम्र में होता है:-
वैसे तो कैंसर की बीमारी की कोई उम्र नहीं है लेकिन अगर मेडिकल साइंस की माने तो स्तन कैंसर 62 वर्ष की उम्र में, कोलोरेक्टल कैंसर 67 वर्ष की उम्र में, फेफड़े के कैंसर 71 वर्ष की उम्र में, प्रोस्टेट कैंसर 66 वर्ष की उम्र, गर्भाशय का कैंसर 50 वर्ष की उम्र में और अंडाशय कैंसर के 63 वर्ष की उम्र में होने की संभावना होती है.
कैंसर कितने प्रतिशत ठीक हो सकता है?
भारत में कैंसर के 70-80 प्रतिशत मामले तीसरी व चौथी स्टेज पर सामने आते हैं। अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार, स्टेज-1 में कैंसर ठीक होने की संभावना 95 प्रतिशत तक होती है, जबकि स्टेज-4 में आते-आते स्थिति ठीक होने की संभावना 5 प्रतिशत से भी कम रह जाती है।
कौन सी सब्जी कैंसर को मार सकती है?
ब्रोकली, लहसुन, प्याज, अदरक, हल्दी, पपीता, कीनू, संतरे, गाजर, आम, कद्दू, अंगूर, टमाटर, तरबूज, फलियां और दाल के सेवन से भी कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
कैंसर ना हो इसके लिए क्या करें?
- हेल्दी खाना जारी रखें कैंसर के खतरे को कम करने के लिए संतुलित आहार बनाए रखना जरुरी है
- नियमित एक्सरसाइज करें स्तन और पेट के कैंसर को कम करने के लिए रोज एक्सरसाइज करना जरुरी है.
- तंबाकू के सेवन से बचें,धूप से सुरक्षा
- शराब का सेवन कम से कम करें
कौन सा फल कैंसर को रोकता है
आप नींबू, टमाटर, आंवला, अदरक, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रसभरी आदि को अपनी डेली फूड डाइट में शामिल कर सकते हैं. यह सभी चीजें कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने में मददगार हैं.